कैसे सहयोग करें?
काव्य भारती की आज दो तरह
की आवश्यकता है:-
1. तात्कालिक
आवश्यकता
2. दीर्घकालिक
आवश्यकताएं
इन सभी के विषय में पहले
कहा जा चुका है। इसके लिए हमें मुख्यतः आर्थिक सहायता आवश्यक है। अन्य
प्रकार के सहयोग में समर्पित कलाकारों की सेवा रूपी सहयोग। इस उद्देश्य
के संवर्धन के लिए चाहिए तो आप:-
1. यथा साध्य,
आर्थिक दान काव्य भारती
को भेजें।
2. संस्था का अपना
भवन नहीं है और किराये का जो भवन है वह जर्जर स्थिति में पहुंच चुका
है। अतः आप भूमि और भवन दान भी कर सकते है।
3. संस्थाएं या
धनदाता प्रतिवर्ष एक नियमित अनुदान निश्चित कर दे सकते है।
4. विशेष योजना:-
इस योजना के अंतर्गत
7000 डालर संस्था
के पास जमा करने पर प्रतिवर्ष आपके अथवा आपके किसी प्रियजन के जन्म
दिवस पर सुदूर वनांचल के तीस बच्चे- बच्चियों को एक दिन अपने साथ रखकर
उन्हें दिनभर का भोजन,
जलपान,
कमीज और पेंट,
जूते और कैप देंगे,
जिसमें आपका या आपके द्वारा चिन्हित प्रियजन का फोटोग्राफ नाम तथा
संक्षिप्त संदेश अंकित होगा। उसी दिन इन बच्चों को योगा का अभ्यास भी
कराया जायेगा तथा उसी अंचल के किन्हीं दो व्यक्तियों के सहयोग से
फुटबाल का प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा उन्हें उपहार में फुटबाल भी दिया
जायेगा। इस तरह प्रतिवर्ष विभिन्न अंचलों के तीस बच्चे न सिर्फ आपके
सदाशय से परिचित होंगे बल्कि इनमें से अनेक बच्चें कालांतर में योगा और
फुटबाल की दुनिया में नाम रौशन करेंगे।
आपसे विनम्र अनुरोध है कि
हिन्दी समाज की ही नहीं अपितु हमारे पूरे देश की इस विशिष्ट और अनमोल
धरोहर की रक्षा हेतु आगे आयें और यथा साध्य आर्थिक दान,
भूमिदान,
भवनदान,
तथा संस्था से संबंधित
उपयोगी सामग्रियों का दान तथा श्रमदान देकर इसकी अविलंब रक्षा करें।
समय पर किया हुआ यह आपका छोटा सा दान बहुमूल्य होगा।
यह पूरी योजना एक मिशनरी
योजना है। हम चाहते हैं,
हमारा हिन्दी समाज भी
अन्य भाषा-भाषी
समाज की तरह अपने साहित्य एवं अपनी कला से परिपूरित हो।
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